हमें इश्क़ हुआ जब से, तब से यह दुनिया हसीन लगने लगी, तेरी दस्तक जब से हुई इस दिल में, पतझड़ भी हमे बसंत लगने लगी। जब से आँखे मिली हमारी तब से, मेरे विचार भी बदलकर तेरे हो गए, दिल पे मेरे काबु ना रहा, और कर बैठा मे दिल तेरे हवाले। जब से इश्क़ हुआ तब से, तेरे अहसासों को छू कर, बरसती बारिश मे तुम्हें आगोश में लेकर, तेरे लबों को चूमने का दिल ये करे। तुमसे मिलकर जाना इश्क़ का मतलब, जब रहती है आँखों से दूर तब जाना, ये कशमकश क्या चीज़ होती है, हमे इश्क़ हुआ जब से, तब जाना के ये जज़्बात भी क्या चीज़ है। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-953 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।