काफी फ़ोन आते है आज कल माँ के, कि मैं घर क्यों नही आती सच कहूं तो मैं बस सुनती हूं, और टालती रहती हूं जैसे कि उसकी सारी यादें किसी बंजर में फंसी हुई हैं इतना शोर है मेरे इस शहर में, कि सारी आवाज़ें दबी हुईं हैं | Neha Tiwari #poem #mother #home