कहते है बेटा-बेटी माँ-बाप की रियासत है करते देखा भेद-भाव ये कैसी सियासत है हम पर लगाई गई हजार बार बंदिसे कहते लड़कियों को घर में रहने की आदत है बेटा दोस्तों के साथ करें रात भर पार्टियाँ "अच्छा" क्या इस्से ही घर में बरकत है ग़र बेटा- बेटी बराबर है फिर क्यों आज भी कुछ घरों में रूढ़िवादी धारणाओं की आहट है थाम लो हमें तुम इश्वर हो घर-घर परिवर्तन अब हमसब को ऐसे समाज की जरूरत है !! ♥️ Challenge-813 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।