न करने के बस बहाने है, कर गुजर जाने को हजार ज़माने है, सच मंजिल तक वहिं पहुंचते है जिन्होंने सुने लोगों के ताने है, लक्ष्य का बांध क़फ़न बढ़ा कदम बस सांसे फिर वहीं ही रुके, तुम से बेहतर कोई नही,कर कुछ ऐसा सबको अब बताने है। #Contest 20 (Hindi/उर्दू) 💌प्रिय लेखक एवं लेखिकाओं, कृपया अपने अद्भुत विचारों को कलमबद्ध कर अपनी लेखनी से चार चांँद लगा दें। 🎀 उपर्युक्त विषय को अपनी रचना में अवश्य सम्मिलित करें 🎀 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें,