Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कभी देखा है अरमानों को जलते हुए मज़बूरी इसान को क्या क्या करवाती है तिरस्कार से तड़पना सिखा देती है एक दौर था हम और थे ये दौर है हम और है तुम और थे हम और थे बेजोड़ नमूने का बस दौर है बेख़ौफ़ हूं मज़बूत हूं बेजोड़ दौर का एक मतदान हूं इंकलाब करता एक इंसान हूं इंसानियत से बोलता एक इंसान हूं हैवानियत से बिखरा एक इंसान हूं अब और नहीं अब और नहीं बस एकता से रहता एक इंसान हूं अलग अलग हिस्सों में बांटने वालों ख़ून का रंग बांटो तो मानु एक इंसान हूं। #Struggles #Nojoto #deepthoughts #respecthuman #valuehuman #tendencychange #selfrespect #equality Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कभी देखा है अरमानों को जलते हुए मज़बूरी इसान को क्या क्या करवाती है तिरस्कार से तड़पना सिखा देती है एक दौर था हम और थे ये दौर है हम और है