ज़िंदगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का है (part one) रास्ते तो अनेक थे पर दिल की ख्वाहिश तू एक थी। बहुत मिले मरहम लगाने वाले पर दिल में चोट तुम्हारी थी। जिसे दिल ने आत्मसात् किया सोनियो वो बस तू एक थी(है) मेरी ख्वाहिश भी बस इतनी थी जिंदगी यादगार बनाऊं #khwahish ##part_one Lumbini Shejul irslan khan