स्वागत निमंत्रण ! थाल पूजा का लेकर चले आईये, मंदिरों की बनावट सा घर है मेरा ! आरती बन के गूँजो दिशाओं में तुम, और पावन सा कर दो शहर ये मेरा ! दिल की धड़कन के स्वर जब तुम्हारे हुए, बाँसुरी को चुराने से क्या फायदा ! बिन बुलाए ही हम पास बैठे यहाँ, फिर ये पायल बजाने से क्या फायदा ! डगमगाते डगों से ना नापो डगर, देखिये बहुत नाज़ुक जिगर है मेरा ! थाल पूजा का लेकर........ झील सा मेरा मन एक हलचल भरी, नाव जीवन की उसमें बहा दीजिए ! घर के गमलों में जो नागफनियाँ लगी, फैंकिये रातरानी सजा दीजिये ! जुगनुओं अब दिखा दो मुझे रास्ता, रात काली है लम्बा सफ़र है मेरा ! थाल पूजा का लेकर......... जो भी कहना है कह दीजिये बेहिचक, उँगलियों से ना यूँ उँगलियाँ मोड़िये ! तुम हो कोमल सुकोमल तुम्हारा हृदय, पत्थरों को ना यूँ काँच से तोडिये ! कल थे हम तुम जो अब हमसफ़र बन गए, आइये आइये घर इधर है मेरा ! थाल पूजा का लेकर......... #NojotoQuote