नेट ईजाद हुआ हिज्र के मारों के लिए , सर्च इंजन है बड़ी चीज़ कुँवारों के लिए ! जिस को सदमा शब-ए-तन्हाई के अय्याम का है , ऐसे आशिक़ के लिए नेट बहुत काम का है ! नेट फ़रहाद को शीरीं से मिला देता है , इश्क़ इंसान को गूगल पे बिठा देता है !..