चल रही थी बातें और उन बातों में याद तेरा अफसाना आ गया... लोग आज भी देते हैं धोखे, मगर अब खुद को बचाना आ गया... पागल कर देती है तेरी सूरत अगर आज भी आँखें बंद करके देखता हूँ, फ़र्क सिर्फ इतना कि अब तेरी खूबसूरती को दरसाना आ गया... हमें तो आँख मिलाने से भी डर लगता है, मगर तुम्हें आँखों से दिल चुराना आ गया... बेशक दीपगगन इतना कुछ लिखता है आज भी मगर उसे इस शायरी से कहाँ महल सजाना आ गया... #noor_a_mohabbat #deepgagan #saini