हर तरफ मतलब का धुआं था और इंसानियत की हवा भी ख़त्म होती जा रही थी... धीरे धीरे दम घुटने लगा था और मेरी मौत मेरे सामने खड़ी होकर ज़ोर ज़ोर से बस हंसते हीं जा रही थी और... फिर कहीं से अपनों की ताज़ी हवा आई और मेरी ज़िन्दगी एक बार फिर से मुस्कुरा रही थी... आगे बढ़ने की ज़िद्द में जिन्हें मैं पीछे छोड़ आया था, उसके बाद भी उन्हीं अपनों की आवाज़ मुझे वापस मेरे घर बुला रही है... मैं गलत था क्योंकि ना तो हर तरफ़ मतलब का धुआं था और ना ही इंसानियत की हवा ख़त्म होती जा रही थी... वापस मेरे घर....💞 #love #family #life #home #return #shayar #shayari #selfish #wrong #live #dead #happy #cry