तुम गुलाब का फूल कोई, मै उड़ता भंवरा आवारा तुम शेर हो मेरी कोई शायरी का मैं उसमे लिखा पंछी आवारा, मैं सागर सा मनमौजी,तुम गंगा की पावन धारा तुम कोई कहानी की राजकुमारी सी मै उसमे लिखा लकड़हारा, तुम चाँद की शीतल चांदनी मैं सूरज की धूप सा हूँ, तुम हो कोई सहज़ादी मगर मैं कोई शहज़ादा न हूँ मगर मै कोई शहज़ादा न हूँ!! #ABHI #nojotohindi____#ABHI__#dairy...