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हर घड़ी ये आँख सिसक कर रो रही है, किसी तन्हाई में ब

हर घड़ी ये आँख सिसक कर रो रही है,
किसी तन्हाई में बस इल्तिज़ा कर रही है,
मैं उसे अब भी पाने को तैयार हूं,
बस वो ही किसी और की दुआ कर रही है,

©Anirudh Sinwal #5linespoetry #अनिरुद्ध_सिनवाल 

#standAlone  Chauhan Chirag TAMANNA NAIN(taani) Fatima Ali Monika verma  रतन भाई रतन भाई  रतन भाई रतन
हर घड़ी ये आँख सिसक कर रो रही है,
किसी तन्हाई में बस इल्तिज़ा कर रही है,
मैं उसे अब भी पाने को तैयार हूं,
बस वो ही किसी और की दुआ कर रही है,

©Anirudh Sinwal #5linespoetry #अनिरुद्ध_सिनवाल 

#standAlone  Chauhan Chirag TAMANNA NAIN(taani) Fatima Ali Monika verma  रतन भाई रतन भाई  रतन भाई रतन