ले डूबी वक़्त बेवक़्त की बारिशें धूप की गहमागहमी सारी उलझ कर रह गए हम छाता खोलने बन्द करने की पशोपेश में। - अदिती कपीश अग्रवाल ♥️ छाता v/s बारिश ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।