आज दिल की, आँखों से कुछ यूं बन पड़ी कि ज़ुबान थी सूखी, ओर आंखें भर पड़ी ना कलम थी पास, स्याही भी दूर पड़ी बूंदे थी ढाई प्यार की, काग़ज़ पर आ पड़ी ख़ामोश है दोनों, कि क्या ये बन पड़ी " जब प्यार था दरमियान" तो क्यों वो लड़ा, ओर क्यों मै लड़ पड़ी #situationteller #shubhamtyagiquotes #nojoto.com #nojotobreakup #nojotoshayri #nojototales #nojotoopenmic