दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे । यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे । वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का । और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे ।। अल्फ़ाज़-ए-कलम #Frd✒️ #worldpostday