तेरी नदियों में बह जावां, तेरे #खेतों में लहरावां इतनी सी है दिल की आरजू ... ए मेरी ज़मीं अफसोस नहीं, जो तेरे लिए सौ दर्द सहे महफूज रहे तेरी आन सदा, चाहे जान ये मेरी रहे न रहे ऐ तेरी मिट्टी में मिल जावां, गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू ... ©pankaj kumar yadav #feellove