"तन्हाई का उसने मंज़र नहीं देखा, अफ़सोस की मेरे दिल के अन्दर नहीं देखा, दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने......, वो लम्हा उसने कभी जी कर नहीं देखा." #sohit.com#