हिंदुस्तानी है हम गर्व है हमे पर हिंदुस्तान का मर्म झलकता है। धनवान जी रहे अमीरी में, गरीबों की कंगाली का दर्द झलकता है। मध्यम वर्ग का हाल बुरा है, क्यों हिंदुस्तान इन वर्गों में झलकता है। हिंदुस्तानी है हम.......... युवा प्रधान हो रहा हिन्दुस्तान युवाओं की बेरोजगारी का हश्र झलकता है। भ्रष्टाचारी भर रहे झोली रिश्वत लेकर आँखों मे बेशर्मी का निशान झलकता है। हिंदुस्तानी है हम............. भर रही झोली उनकी जो करते है घोटाले, भाग गए देश छोड़कर जो वो कहाँ डरता है। भूखे हाल मर रही है जनता यहाँ तो बस रोटी चुराने वाला ही मरता है। हिंदुस्तानी है हम.............. न हिन्दू कहो मुझे ,न कहो मुसलमान, मुझे ये जातिवाद भी आपत्तिजनक लगता है। पूछ रहा हूँ आज ये सवाल मैं, क्योंकि हिंदुस्तानी हूँ मैं, मेरा गर्व झलकता है। ना जाने आप लोगो को क्यों नही दिखता, मेरे हिंदुस्तान का अश्क जो हर रोज बहता है। हिंदुस्तानी है हम ,गर्व है हमे पर हिंन्दुस्तान का मर्म झलकता है मेरे हिंदुस्तान का दर्द झलकता है। दर्द झलकता है।