गिर कर घाटियों से अब उठ गया हूँ मैं, जंग अपनों से लड़ते-लड़ते टूट गया हूं मैं। तपिश द्वंद्व की, द्वेष रक्त का सह रहा हूँ मैं, धरयुक्त तलवार हूँ, म्यान गर्भ में रह रहा हूँ। मैं #Sad #Love #Relatives #Disappoint