हे धरती माता सारे विश्व में तुम जैसा क्षमाशील कोई नहीं है। तुम्हारी धरती पर साधु भी चलते है। और महापापी भी अपने क्रूर चरण धरती पर रखकर चलते है । कुछ लोग तुम्हारी धरती पर पुण्य कर्मों के फूल खिलाते है तो कुछ तेरी धरती पर पाप का लहू भी बहाते है । परंतु तुम सबको सहन करती हो । सबको अपनी गोद में धारण करती हो । अपना सीना फाड़कर सबके लिए अन्न देती हो । सबका भरण पोषण करती हो । माता की भांति अपने सभी अच्छे बुरे बालको का कल्याण ही करती हो । किसी का अहित नहीं करती । तुम धन्य हो मां तुम धन्य हो 🙏 ©Mr Shubh Sharma #NatureLove #Nojoto #Trending #nojotonews #trending_post Pramodini Mohapatra Rajeev Bhardwaj लेखक isha rajput Ankur Singh Advocate VAniya writer * Anshu writer