काँटों की सरपरस्ती में.., महकता है फूल गुलाब का.., बेटियाँ भी कलियों सी खिलती हैं जब.., बाबुल मे साया हो.., उनके सर पर जो बाप का.. *सरपरस्ती--संरक्षण जैसे गुलाब के फूल अपने इर्द गिर्द काँटों में होकर खुद को महफूज समझते हैं.. ठीक वैसे ही पिता होने से बच्चे भी खुद को सदा सुरक्षित महसूस करते हैं.. हमारा यहाँ पिता को काँटें की संज्ञा देने का गलत अर्थ नही है कोई.. हम बस काँटों के उस सुरक्षा भाव की तुलना पिता से कर रहें हैं..जो जीवन पर्यन्त वे अपने बच्चों के लिए करते हैं.. काश ! सभी बच्चों को उनके माँ बाप और उनका परिवार नसीब हो ..🙏 #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada #yqdiary #yq