Nojoto: Largest Storytelling Platform

मानव जीवन में स्वार्थ सबसे बलवान गुण है जो किसी भ

मानव जीवन में स्वार्थ  सबसे बलवान गुण है
जो किसी भी परिस्थिति में 
इंसान को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है
 और पल भर में ही
शत्रु को मित्र व मित्र को शत्रु   बना सकता है
झूठ को सत्य, सत्य को झूठ , अधर्म को धर्म , धर्म को अधर्म  
पाप को पुण्य , पुण्य को पाप और सही को गलत , गलत को सही तो पलक झपकते ही बना सकता है  
जबकि निः स्वार्थ भाव से किया गया अनुमोदन (कर्म)
और निः स्वार्थ भाव से जिया हुआ जीवन ही 
मानव जाति का कर्तव्यनिष्ठ एवं धर्मपरायण वास्तविक जीवन है ।

©Amar Anand
  #अध्यात्मिकबातें 
#अध्यात्म_ज्ञान #आध्यात्मिकता