आज यह भारत के उस ऐतिहासिक भूल का परिणाम है जिसके चलते तिब्बत चीन के कब्जे में आ गया ऐसे बोल नहीं होती तो तिब्बत एवं स्वतंत्र देश होता और चीन कभी इतना निरंकुश विस्तार वादी और शत्रुता पूर्व नहीं होता भारत ने सबसे पहले चीन के अध्यापक ही में तिब्बत को समानता दिया चीन ने इसको भारत की कमजोरी समझा और एक के बाद एक द्विपक्षीय मुद्दों पर जो खाता चला गया तत्कालीन सरकार स्वयंभू विश्व गुरु बनाने और समझने की गलती करती चली गई आज भारत के बड़े भूभाग पर भी चीन का कब्जा है तो यह भी हमारी भूल है और दूरस्थ के कारण उसको वापस लेना भी हमारी जनता सरकार और सैन्य का खुला आंखों का स्वपन है चीन ने निर्दयता पूर्वक तिब्बत का दमन किया है और लाखो तिब्बतियों की जान गवानी पड़ी फिर भी इतना निरंकुशता के बाद भी यदि चीन तिब्बत को लेकर आशंकित है तो यह भारत को ऐसे अफसरों के रूप में देखना चाहेगा मेरी कदर से देश में दूर खड़े होकर तमाशा देखने में विश्वास करते हैं लेकिन अपने आप को ही छोड़ कर काम किसी काम में नहीं आते ©Ek villain #तिब्बत पर चीन के आक्रमण नीति दोषपूर्ण #Happy