तमन्नाएं हसरत भरी निगाहों से रोज उसकी तरफ देखती रहती हैँ , कि कम्बखत शायद किसी रोज़ उनकी तरफ भी देखेगा ..., उनको पूरा करेगा .......... पर अफसोस , न जाने वो किस मिट्टी का बना है , उनकी तरफ देखता ही नहीँ ................... Tmnna