ना सुन सका मै ईश्वर की आराधना को , आज सुन रहा हूं अपनी वेदना को। काश ईश्वर की उस बात को मान लिया होता , अपने कर्तव्यों को लेकर कुछ ठान लिया होता । उन सफलताओं कि भी क्या कहानी है, सारा संसार उनका सानी है । कुछ गलतियां हुई मेरे तन - मन से , जिसकी भरपाई ना हो सके धन से। ना परिवार साथ है ना ही मेरे ईश्वर , अपने किरदार को चरितार्थ करे किसपर । असफलता कि यह कहानी है , योद्धाओं की यह छावनी है। आत्मबल जिनका हथियार है, कर्तव्य जिनका प्यार है । आओ डटे रहे इस कर्मभूमि पर , डर किसका है ? जब मोह ना माया हो दूसरे के तिरस्कार पर । बाधाएं चाहे कितनी भी बड़ी हो, तुम्हारे आत्मविश्वास से बड़ी नहीं । असफलता चाहे जितनी भी आए , मगर तुम्हारी कोशिशों के सामने नतमस्तक रहेगी। किस्मत का क्या है ? बुरी से बुरी किस्मत को भी हमने सच्ची आराधनाओं के सामने सर झुकाते हुए देखा है। असफलता #abhinashkumar #टूट पडेंगे #कविता #अनजानी सी डगर