कभी सड़क किनारे गुब्बारे बेचता है, कभी धूप में खिलौने का करता व्यापार है। मुफलिसी के साये में है बेशक़ पर बेगैरत नहीं, इनकी खुददारी देख के लगता है, क्यों इनपे वो अत्याचार करता है।। #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #poem #YoPoWriMo #गुब्बारे #खिलौने #बेचता