डाकिये मर गए अर्जियां बटोरते हुए ..... और तुम भी मर रहे हो मर्जियाँ बटोरते हुए.....!! यहां लाशें सड़ रही है सड़को के किनारे.... उठाने वाले मर रहे है अशर्फ़ियाँ बटोरते हुए....!!!! अर्पित द्विवेदी #लाशें #अशर्फियाँ