White तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते इसीलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते जिन्हें सलीका है तहजीब-ए-गम समझने का उन्ही के रोने में आंशू नजर नहीं आते ख़ुशी की आँख में आंशू की भी जगह रखना बुरे ज़मानें कभी किसी से पूछ कर नहीं आते ©Romil Shrivastava #sad_qoute यूँ ही