सब अपने अधिकारों की बात आती है तो लोग समर्थन करते थे लेकिन जब गरीब, किसान, मजदूर, महिला व शोषितों के अधिकारों की बात आती है तो यही लोग देश सर्वोपरि असमानता, जातिवाद फैलाने की दुहाई देते है। दोगले कहीं के.. ©Vijay Vidrohi #equality