पिता से नहीं गिला करना दिल से ही उनसे मिला करना गर पड़ गई हो गिरह दिल में मिलने का शुरू सिलसिला करना पाकर दुआ पिता की फ़तह जहां का हर किला करना # पिता उम्मीदों का बसेरा है