कई बार मौत का राग जिंदगी के राग से ज्यादा गहराई से बजता है तू क्यों भूल जाती है कि कई बार भाषा का घर ज़िंदा कहकहों से कहीं ज्यादा अच्छी तरह मौत के सन्नाटे से सजता है #poem #poemlover #poemkiduniya #Poet #dhoomil #kavita #kavitayen #poetrty