क्या पता है तुझे कि मेरे जज्बातों का अलफ़ाज़ तू है मेरे होंठो पर बिखरी मुस्कराहट की आवाज़ तू है मेरे चेहरे की मासूमियत में छिपी हर राज़ तू है मेरे नयनों के आशियाने में कैद मेरे सुकून हमराज़ तू है kya pata tu kya hai mere lie😘 part 1