मेरी मुस्कुराहट ही सब कुछ बयाँ नहीं करती आँखों ने भी कुछ गम सहेज रखे हैं माना कि जिन्दगी की किताब हमने खुली रखी है मगर कुछ पन्ने दिल ने भी सहेज रखे हैं बकलोली