एक बार आना हिसाब करना है तुमसे कुछ अधूरे जो रह गए मेरे हक मै, मेरी बर्बादी का अधूरी खवीएशो का, अधूरे किस्सो का...; जो नाकामी मेने पाई तुम्हे पाने की ज़िद में, एक बार आना हिसाब करना है तुमसे कुछ अधूरे जो बाकी हैं मेरी हद में, तुम्हारी खुसबू जो साँसों में है वो लौटानी है, मेरा सुकून तुम्हरे पास है वो वापस करना मेरा..! तुमने न समझ कह कर ठुकराया था मुझे, अब आना समझदारी दिखानी है तुम्हे..! खो दिया मेने खुदको तुम्हें पाने की ज़िद में लौटना वापस मुझे ही मुझमें..'; एक बार आना हिसाब करना है, तुमसे कुछ अधूरे रह गए जो मेरे हक में..*@! #nojotoluv #nojotohindi #ctl #hindilife Akshita Jangid(poetess) Anu Alewar