मिले जो शब्द तो लिख दूँ हृदय की भावना गहरी, गुरु महिमा त्रिलोकी है कलम उठते ही बस ठहरी। महापुरुषों ने जिनको ही यहाँ गोविंद बताया है, पुराणों ने भी उनका ही सदा गुणगान गाया है। बनाया आपने हमको युगों से खोज थी जारी, कहाँ सामर्थ्य कर्मों का गुरु प्रारब्ध पर भारी। उठाकर धूल के कण से सितारों का सृजन करते, चरणवंदन करूँ उनका प्रभु 'गुरु ' रूप हैं धरते। शोध मार्गदर्शक, परमपूज्य गुरु जी के चरणों में सादर समर्पित🙏 #शिक्षकदिवस #teachersday #philosophy #inspiration #shayari #yqhindi #yqdidi #aestheticthoughts