किसी भी व्यक्ति राज्य या देश के पास सीमित सादा संसाधन होते हैं उनकी बुद्धि महत्वपूर्ण उपयोग करना आवश्यक होता है एक राज्य के बाद अपने सभी निवासियों के लिए शिक्षा स्वास्थ्य सड़क की सुविधा प्रदान करने का दायित्व होता है साथ ही साथ कानून व्यवस्था को बनाए रखना और उसके प्रथम कर्तव्य होता है रास्ते के पास डाक रेलवे करेंसी सीमा की सुरक्षा विदेशी नीति निर्धारण दायित्व होता है इसके अतिरिक्त नागरिक को जो वस्तुएं या सुविधाएं प्राप्त करनी हो उनके मूल्य चुकाना चाहिए यदि इन मूल्य तथा आर्थिक सिद्धांत के विपरीत कार्य किया जाता है व राष्ट्रीय राज्य की प्रकृति के विरुद्ध करता है दुर्भाग्य से वोटों की लालच में जनता को मुफ्त की बिजली एवं पानी देने का सपना दिखाया जाता है ना इस बात पर विचार किए बिना की चीजों को मुफ्त में देने के लिए संसाधन कहां से आए निश्चित रूप से अन्य मूलभूत आवश्यकताओं पर आवंटित राशि में कटौती की जाएगी मनुष्य में बिजली पानी देकर इन के दुरुपयोग को बढ़ावा दिया जाता है जो परिवार प्रतिमाह ₹100 यूनिट बिजली का उपयोग करता है ©Ek villain #आत्मघाती है मुफ्त का बिजली पानी #baisakhi