राह में जिंदादिली से चल जिंदादिली तेरा नाम है उस पर पद पर संजोग अपने आपको बनाता चल यही काम है रुकते हुए को समझाता चल नित्य पाठ करता हुआ ऐसे मार्ग पर प्रशस्त हो जिससे कि तेरा दृढ़ संकल्प सफलता की डगर की ओर तुझे खींचता चला जाए ऐसा राही बनता चल ©amit Kumar kaushik कल्याण जी की मनोकामनाएं