समझना इतना बड़ा शब्द हैं की इसको व्यवहार में लाकर आप हर वक़्त कुछ ना कुछ समझ सकतें हैं बल्कि अगर उसको सकरात्मक समझें तो ज्यादा अच्छा होगा , सकरात्मक— % & #neerajwrites सकरात्मक रहिये , मस्त खुश रहिये , और खुशियां बांटिए