# द्रौपदी है द्रौपदी तू आज की, नारी ना तू सवाल कर, उठा ले अस्त्र शस्त्र तू, लगा तिलक भाल पर, हिल जाए धरा धुरी भी, ऐसी तू हुंकार भर, काट दे वो हाथ तू, उठे जो तेरे चीर पर, ना कृष्ण यहां रक्षा को, ना पार्थ भी आएंगे, ये अधर्मी ना रुकेंगे अब किसी के तीर पर, उठ तुझे ही लड़ना है,इन कलयुगी कौरवों से, बन काली तू कर विनाश, लिख वीरगाथा आकाश पर। ©ऋषि सिंह #draupadi #devi #rshayari #rkalamse #nojotohindi