*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“9/12/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*🌟 आपने कभी “दीमक के झुंड” को “लकड़ी” पर चलते हुए देखा होगा। एक “पेड़” जिसका एक “सुगठित तना” है। एक दिन उस पेड़ पर “एक दीमक” आया और उस “सुगठित पेड़ के तने” पर रहने लगा और उस “पेड़ की लकड़ी” को खाने लगा। और देखते ही देखते उस “दीमक की संख्या” बढ़ने लगी। और वो “सुगठित मजबूत तना” “अंदर से” और “बाहर से” “खोखला” हो गया। एक समय ऐसा भी आया कि वो “तना” ही नहीं रहा। इसका “अर्थ” समझे आप कि “बुरी संगत”, “बुरे लोगों” से “वक्त रहते” दूर हो जाइए नहीं तो उनके रहते हुए आप अपना “अस्तित्व” भी खतरे में डाल सकते है और अपनी इस “समाज” में “छवि” भी बुरी बन सकती है। इसलिए “बुरी संगत” और “बुरे लोगों” को “वक्त” रहते दूर कर देना चाहिए। *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“9/12/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*🌟 #Good_Positive #positivity