हरगिज़ कोई किसी का ना शिकवा गिला करें आमाल अपने जाँचले फिर फैसला करें। ©Sarfaraj idrishi हरगिज़ कोई किसी का ना शिकवा गिला करें आमाल अपने जाचले फिर फैसला करें Islam Sarfraz Ahmad