ना देख सकु आंसू तेरी आँखों में कभी, ना पा सकु तुम्हे इस जीवन में कभी, लफ्ज़ो में खामोशी छुप है, नज़रे शायद कुछ कह रही है, हा, बिन बताई दूरी कि कोई तो वजह है। ना धड़कन चलती है बिना तेरी यादों के कभी, ना चलती है ज़िंदगी मेरी घड़ी के इशारों पे कभी, इस अंदाज में बात छुपी है, खामोशी शायद कुछ कह रही है, हा, बिन बताई दूरी कि कोई तो वजह है। ना पास तुम्हे मै बुला सकु कभी, ना तेरे कंधे पर सिर रख सकु कभी, इस गुस्से में कोई बात छुपी है, आँखों की नमी शायद कुछ कह रही हो हा, बिन बताई दूरी कि कोई तो वजह है। -अक्ष #kuch_to_vjah_rahi_hogi #ishk #vakt #kismat #sath #lafz #doori