Nojoto: Largest Storytelling Platform

दीदार-ए-इश्क तुम्हे चाहना और फिर भुल जाना यह मुमक

दीदार-ए-इश्क

तुम्हे चाहना और फिर भुल जाना यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।
तुम्हारे सुरत के सिवा कुछ और देखुँ यह मुमकिन तो नहीं ,समझा करो।

चाँद भी ज़रा पिघला होगा तुमसे दीदार करने को ,
फ़़क‌त एक ज़माने में मुकम्मल हो इश्क यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो।

रोशनदान से झाँकती रोशनी जिस्म छुना चाहती हैं ,
और मेरी निगाहें तराशें भी न यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो।

बीन तुम्हारे न सुबह हो न मेरा कोई भी शाम बीते ,
फिर तुम्हारे ख्वाब में भी न आऊं यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।

तुम महल की राजकुमारी , कीस्सों की किरदार हो ,
तुमसे इश्क में खून बहे न यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।

इश्क तुमसे कर रहा हूं और करता ही रहूंगा ,
राख मेरा नाम तुम्हारा न ले यह मुमकिन तो नही , समझा करो।

 The ghazal of RAG
#दीदार_ए_इश्क़ 
#yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqhindi #yqurdu #yqghazal 
Collab open
दीदार-ए-इश्क

तुम्हे चाहना और फिर भुल जाना यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।
तुम्हारे सुरत के सिवा कुछ और देखुँ यह मुमकिन तो नहीं ,समझा करो।

चाँद भी ज़रा पिघला होगा तुमसे दीदार करने को ,
फ़़क‌त एक ज़माने में मुकम्मल हो इश्क यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो।

रोशनदान से झाँकती रोशनी जिस्म छुना चाहती हैं ,
और मेरी निगाहें तराशें भी न यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो।

बीन तुम्हारे न सुबह हो न मेरा कोई भी शाम बीते ,
फिर तुम्हारे ख्वाब में भी न आऊं यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।

तुम महल की राजकुमारी , कीस्सों की किरदार हो ,
तुमसे इश्क में खून बहे न यह मुमकिन तो नहीं , समझा करो ।

इश्क तुमसे कर रहा हूं और करता ही रहूंगा ,
राख मेरा नाम तुम्हारा न ले यह मुमकिन तो नही , समझा करो।

 The ghazal of RAG
#दीदार_ए_इश्क़ 
#yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqhindi #yqurdu #yqghazal 
Collab open