जिन्हें कभी हम प्रेमपत्र लिखते थे... हुजूर आज पुछते हैं की अब क्या लिखते हो, अब उन्हे क्या बतायें आजकल हम दर्द लिखते हैं. ~दीप #prempatra #huzur #dard #ghalib