मन में जो चल रहा मुझे छिपाना नहीं आया उसने पूछा भी पर मुझे बताना नहीं आया अजीब सी हालत है एक मुद्दत से दिल की मेरे लाख बहलाया दिल पर मुझे बहलाना नहीं आया वो समझता है नादान हूँ बचपना है कुछ मुझमें मेरी मोहब्बत की आँच में उसे तपाना नहीं आया क्या-क्या कसीदे न पढ़े मैंने चाहत में उसकी बधिर निकला वो उसे कुछ भी सुनना नहीं आया क्या करेगी अब इस बीमार दिल का 'निर्झरा' हक़ीम को भी रोग तेरा कुछ समझ नहीं आया..! 🌹 #mनिर्झरा #yqhindi #yqbesthindiquotes #yqlove #lovepoetry #तुम्हारे_ख़्याल_और_मैं #तुम्हारेलिए