मुलाक़ात की तमन्ना है जिनसे मिलने की तैयारी रखो हिज्र की निशानी सम्भाल के मुकम्मल सफर जारी रखो दुश्मन मिले या दोस्त राह में ये नुसखा खाली नहीं जता मेरे दादा कहते रहे उमर भर ,अपनी कायम सरदारी रखो जख्म तोहफा कुदरत का तो मलहम भी तो है हुनर तेरा हर ख्वाब पे हर हाल में कायम अपनी दावेदारी रखो सुप्रभात। सफ़र जारी रखो, क्योंकि रास्ते कभी नहीं रुकने वाले। #सफ़रजारीरखो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi