#OpenPoetry ज़िन्दगी के गहरे जज़्बात कई दफा जबान तक आते-आते रह जाते हैं वो खत्म तो नहीं होते बल्कि दिल में उमड़ते रहते हैं और जब कभी उन्हें शब्दों का सहारा मिलता है तो वो कागज पर उतर कर गज़ल में ढल जाते हैं #Mustakeem rafi #OpenPoetry Musher Ali शुभम सिंह