दो थे अंजान मुसाफ़िर सफ़र में, एक दूजे का हाथ थाम चले, सात जन्मों तक सातो वचन निभाने, अग्नि को साक्षी मान चले। पवित्र बंधन में बंधे, मांग में सिंदूर, हाथों में मेहंदी पिया नाम की, कभी ना टूटे बंधन इनका, जन्मों का गठबंधन अपना बांध चले।। ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"पवित्र बंधन"🌷 Meaning : (Pious Relation) 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।