आज बैठे-बिठाए ,अचानक से तुम याद आ गए की जिस तरह बिन बुलाए मेहमान आ गए खुद पे इख्तियार तो कब ही था अपना सो तेरी मीठी बातों में आ गए गिला करने का सोचा तो नहीं था हमने अफसोस ! तेरे Block_List में आ गए गुनाह करना और फिर उसपे मुस्कुरा देना जो मेरे ऐब थे वो सारे तुझमे आ गए ©abhisri095 #Block_List