मेरे घर की छतें फिर से रोने लगी, कोने कोने में पानी जमा हो गया, घर का दिल भीग कर बैठने यूँ लगा, जैसे कोई जख्म फिर हरा हो गया....continue स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित डॉ संयोगिता शर्मा ©Dr. sanyogita Sharma #ekkahani #barish #meraGhar #Gareebi #Dil